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अक्टूबर से नवंबर के बीच गेहूं की बुआई शुरू हो जाती है गेंहू की अच्छी पैदावार के लिए जाने गेहूं की ये टॉप 3 किस्में जाने

अक्टूबर से नवंबर के बीच गेहूं की बुआई शुरू हो जाती है गेंहू की अच्छी पैदावार के लिए जाने गेहूं की ये टॉप 3 किस्में जाने किसान भाई, अच्छी किस्मों को लेकर अक्सर असमंजस की स्थिति में होते हैं। कई बार अच्छे मुनाफे के लिए किसानों को खराब किस्म का बीज दुकानदारों या कंपनियों द्वारा दे दिए जाते हैं। इससे किसानों को काफी नुकसान पहुंचता है और फसल अच्छी नहीं हो पाती है। अक्टूबर से नवंबर के बीच गेहूं की बुआई शुरू हो जाती है।

अक्टूबर से नवंबर के बीच गेहूं की बुआई शुरू हो जाती है गेंहू की अच्छी पैदावार के लिए जाने गेहूं की ये टॉप 3 किस्में जाने

गौरतलब है कि गेहूं भारत की सबसे लोकप्रिय फसलों में से एक है। किसान भारत को अनाज उत्पादन में आत्मनिर्भर बना रहे हैं। गेहूं का उत्पादन बढ़ाने के लिए भारत के कृषि अनुसंधान संस्थान लगातार नई और बेहतर किस्मों की खोज करते रहते हैं। गौरतलब है कि समय के साथ बीज की तकनीक बेहतर हो रही है और गेहूं के उत्पादन को बढ़ाने के लिए बीज, उन्नत किस्म का होना जरूरी है। क्योंकि उत्पादन बढ़ाने के लिए बीज की उन्नत किस्म का होना सबसे बेसिक जरूरत है। 

Top 3 varieties of wheat 2023 गेहूं की टॉप 3 किस्मे 2023

गेहूं के टॉप 3 किस्मों की बात करें, जिससे गेहूं की पैदावार में बढ़ोतरी होगी। वह इस प्रकार है। ये सभी तीन किस्में श्री राम फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल लिमिटेड से विकसित हुई है। भारत में यह कंपनी एग्रीकल्चर साइंटिस्ट की मदद से लगातार बीजों पर रिसर्च करती है और नई एवं उन्नत किस्में विकसित करती है। यही वजह है कि यह किस्म बीते कुछ सालों से किसानों के बीच बहुत प्रसिद्ध है। चलिए, श्री राम  फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल लिमिटेड की सबसे उन्नत किस्मों की चर्चा करते हैं।

1.Shri Ram 303 Wheat Variety श्री राम 303 गेहूं वैरायटी

श्री राम 303 गेहूं की सबसे अच्छी वैरायटी है। गेहूं की यह किस्म 156 दिनों में तैयार हो जाती है और यह लगभग सभी प्रकार के रोगों से भी लड़ने में सक्षम है। यह पीला, भूरा, व काला रतुआ रोधी किस्म है, इससे किसानों को काफी लाभ होता है। इस किस्म की कुछ खासियत इस प्रकार है।

  1. गेहूं की इस किस्म से बंजर जमीनों पर भी 30 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की पैदावार प्राप्त होती है। 
  2. अगर अच्छी मिट्टी में इसकी खेती की जाए तो सबसे ज्यादा पैदावार यानी 81 से 85 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की उपज मिल सकती है।
  3. 156 दिनों में तैयार होने वाली गेहूं की यह किस्म बेहतरीन अनुकूलन क्षमता से लैस है।
  4. अपनी उत्पादकता की वजह से यह मध्यप्रदेश, बिहार, पूर्वांचल, उत्तराखंड एवं तराई के क्षेत्रों में काफी प्रसिद्ध किस्म है।

2.Shri Ram Super 111 Wheat Variety श्री राम सुपर 111 गेहूं वैरायटी  

श्री राम सुपर 111 गेहूं, किसानों के लिए बेहद लाभकारी है और यह किस्म बंजर जमीनों पर भी अच्छे उत्पादन की क्षमता रखती है। यह किस्म मध्यप्रदेश की सबसे ज्यादा बोई जाने वाली गेहूं की किस्म है। इसकी खासियत इस प्रकार है।

  1. यह किस्म कम सिंचाई में भी अच्छा उत्पादन देती है। मध्यप्रदेश, बिहार, उत्तरप्रदेश के बहुत से इलाकों में इस किस्म की बुआई की जाती है। अन्य किस्मों के मुकाबले कम सिंचाई में यह किस्म 5 से 6 क्विंटल प्रति एकड़ अधिक उत्पादन देती है।
  2. उत्पादन की बात करें तो यह किस्म अच्छी और उपजाऊ मिट्टी में 75 से 80 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादन देती है।
  3. गेहूं की यह किस्म मात्र 105 दिनों में पककर तैयार हो जाती है।

3.Shriram Super 252 wheat variety श्रीराम सुपर 252 गेहूं की किस्म

यह किस्म तीनों किस्मों की लिस्ट में सबसे जल्दी पकने वाली किस्मों में से एक है। गेहूं की यह किस्म मात्र 90 से 100 दिन के अंदर पककर तैयार हो जाती है। ज्यादा फुटाव, लंबी बाली और कठोर एवं चमकदार दाना प्रदान करती है। इसकी बुआई अगेती या पछेती दोनों में की जा सकती है। कम समय में अच्छा उत्पादन देने की वजह से लांच के साथ ही श्री राम सुपर 252 गेहूं की लोकप्रियता बढ़ गई है। श्री राम 252 गेहूं मध्यप्रदेश, बिहार, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और तराई के क्षेत्रों में अनुकूल किस्म है। 

  1. यह किस्म 90 से 100 दिन के अंदर पककर तैयार हो जाती है।
  2. उत्पादन की बात करें तो 75 से 80 क्विंटल प्रति एकड़ उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है।

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