बिन ब्याही बनी 2 बेटियों की मां एक ज़माने में बॉलीवुड में बजता था उनके नाम का डंका।रेखा की मां पुष्पावल्ली बड़े पर्दे पर सीता का किरदार निभाने वाली पहली अभिनेत्री थीं. साल 1936 में रिलीज हुई संपूर्ण रामायणम में सीता की भूमिका के लिए उन्हें 300 रुपये मिले थे. जैसे-जैसे उनकी प्रसिद्धि बढ़ती गई, उन्हें प्रमुख भूमिकाएं मिलने लगीं.
बिन ब्याही बनी 2 बेटियों की मां एक ज़माने में बॉलीवुड में बजता था उनके नाम का डंका
1940 में पुष्पावल्ली ने शादी कर ली, लेकिन 6 साल बाद वैवाहिक जीवन में मतभेद के कारण उन्होंने अपने पति से अलग रहने का फैसला किया. उसी समय, जेमिनी गणेशन नाम के एक नए सितारे ने तमिल सिनेमा में फिल्म मिस मालिनी से अपनी शुरुआत की, जिसमें पुष्पावल्ली मुख्य भूमिका में थीं.
Actress Pushpavalli never Married

जेमिनी गणेशन का ऑन-स्क्रीन रोमांस जल्द ही वास्तविक जीवन के रोमांस में भी बदल गया. लेकिन उस वक्त जेमिनी गणेशन दो बार के विवाहित थे, उनकी पहली पत्नी अलामेलु थीं और दूसरी मशहूर अभिनेत्री सावित्री थीं. बाद में उनकी दिलचस्पी पुष्पावली की ओर भी बढ़ने लगी थी.
बिन ब्याही बनी 2 बेटियों की मां

चूंकि जेमिनी गणेशन पहले से ही 4 बेटियों के पिता थे इसलिए वे सावित्री संग अपनी शादी को समाप्त करने और पुष्पावल्ली को अपनी पत्नी का दर्जा प्राप्त करने में झिझक रहे थे. फिर भी उनका प्यार परवान चढ़ता रहा और इस जोड़े की बिना शादी के दो बेटियां हुईं.
Became mother of 2 daughters without marriage
अभिनेत्री पुष्पावली ने जेमिनी से बिना शादी के ही 2 बेटियों की मां बनना स्वीकारा और उनकी एक बेटी आज भी दिग्गज एक्ट्रेस है. दरअसल, वो कोई और नहीं बल्कि बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री रेखा हैं. चूंकि जेमिनी से बगैर शादी के ही पुष्पावली की कोख से रेखा का जन्म हो गया था, लिहाजा उन्हें अपने पिता के साथ ज्यादा समय बिताने का मौका नहीं मिला.
रेखा ने अपने जीवन का अधिकांश समय अपनी मां पुष्पावल्ली के साथ ही गुजारा. साल 1991 में 65 वर्ष की आयु में रेखा की मां का निधन हो गया था. रेखा ने 12 साल की उम्र में बाल कलाकार के रूप में तेलुगु फिल्म इंति गुट्टू से अभिनय की दुनिया में कदम रखा. उनकी पहली हिंदी फिल्म 1970 में सावन भादों रिलीज हुई थी.
यह भी पढ़े :-अब अभिताभ बच्चन के इस गाने को टाइगर श्रॉफ और कृति सेनन स्टारर फिल्म ‘गणपत’ में किया गया रिक्रिएट